Tuesday, December 06, 2011

organic compost fertilizer



समाधी खाद 
 जानवर और इंसान का रिश्ता उतना ही पुराना है जितना की इंसान का अस्तित्व. खासकर जब बात आदिवासियों की हो तो उनके जानवर खेती, घर, त्यौहार लेन-देन से जिन्दगी के हर क्षेत्र में अनन्य साधारण  महत्त्व रखते है. पर जहाँ इंसान की जिन्दगी ख़त्म होने पर  एक सन्मानजनक विदाई होती है तो वहीँ बेचारे जानवर को सड़ने के लिए फेंक दिया जाता है. पर मरने के बाद भी जानवर खेती करने वाले किसान को एक इसी बेशकीमती सौगात दे सकता है, जिसके बारे में अधिकाँश गाँव वाले अनभिग्य होंगे, अगर मरे हुए जानवर को एक सही तरीके से दफनाया जाये तो तो अगले ८ महीनों में एक अति उपयुक्त खाद बन के तैयार हो जाएगी. जिसका की उपयोग ५ एकड़ के खेती को सुजलाम सुफलाम बनाने के लिए किया जा सकता है. फास्फोरस की प्रचुर मात्र से परिपूर्ण इस खाद को बनाने का तरीका काफी आसान है.


विधि-  
  1. जानवर के आकार का एक गड्ढा खोद लें.
  2. गड्ढे को गोबर से लिप दें.
  3. नीचें १० से १२ किलो नमक डाल दें .
  4. जानवर को हलके से उस गड्ढे में उतार दें.
  5. उसपर फिर से १० से १२ किलो नमक डाल दें.
  6. गोबर और अन्य कचरे से गड्ढे को ऊपर टीला बना के भर दें.
  7.  ठीक बीचों बिच निशानदेही के लिए एक पत्थर गाड़ दें. 
इस प्रकार से बनायीं गयी खाद ८ महीने बाद खेत में प्रयोग हेतु उपयुक्त होगी. और जीवन भर हमारा साथ निभाने वाले जानवर को समाधी के रूप में एक सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी.

 

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